ये आगाज है ... एक नयी शुरुआत का
ये आवाज है ... नयी खुबसूरत सी अदाओं का
ये आगाज है ... कुछ कर दिखाने का
ये आवाज है ... दबी हुयी सी सांसो का
कुछ अंजानी सी दास्तान तुम्हारी राह देख रही है
कुछ पानी सी कहानी तुम्हारी सांस बन रही है
एक मोड़, जन्मों से भी अनमोल
तुम्हारा वजूद तराश रहा है
तुम्हें तुमसे मिला रहा है
ये आगाज है ... कुछ बेशुमार खजानों का
अगर टिक गए तुम इस जंग-ए-मैदान में
तो ये आगाज है ... कुछ बेअंजानी,
बेमतलब सी राहों का
कुछ सिरफिरे मुसाफरों का
ये आगाज है ... आनेवाले कल का
ये इम्तिहान है ... तुम्हारी काबिलियत का
ये दौर है ... पनप रहे ख्वाबों का
ये सफर है ... तुम्हारी हकीकतों का
अगर करना हो तुम्हें कुछ नायाब
या करना हो अपने दुःखों को गायब
तो नींव है ... ये तुम्हारे ख्वाबों के अंबर का
या पीछे छुट गए सांसों के समंदर का
ये आगाज है ... बनती मिटती यादों का
ये आवाज है ... खट्टी मीठी तकलीफों का
ये आगाज है ... नयी बुलंदियों के छुने का
ये आवाज है ... नयी ऊंचाइयों के चूमने का