भूल जा तूं सारी शिकायतें
भूल जा तूं सारी ख्वाहिशें
खो जा तूं मुजमें कहीं
या खुदमें खुदको डूब जाने दे
जिंदगी है एक बेहतर जरिया
जहां ना कोई दूजा ठहरा
या है ये कोई अनंत दरिया
जिंदगी को बेहतर जी जाना
या उसीमे कहीं खो जाना
दरियां से कुछ बेहतर ढूंढ लाना
या पुराने रास्तों पर वापिस से चल देना
जो हांसिल ना हो सके आसानी से
ऐसी ना करना फिर बेरूखी किसी से
या करनी ही हो बेरूखी फिर से
तो मत भिड़ना किसी और से
मौत तो महज एक बहाना है
उसके आगे पड़ा खजाना पुराना है
मौत के बाद भी जिंदगी में कई रंग है
बिन मौत ज़िंदगी बेरंग है
मौत किसी केलिये नया जीवनदान है
तो किसीका उजाड़ता वो खानदान है
किसी के घर गूंजती किलकारियां है
तो किसी के घर निकलती रेलियां है
या फिर ...
किसी ने पहन रखी बेड़ियां है