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बेड़ियां

14 August 2024 by
Jepin Tank

भूल जा तूं सारी शिकायतें

भूल जा तूं सारी ख्वाहिशें

खो जा तूं मुजमें कहीं

या खुदमें खुदको डूब जाने दे


जिंदगी है एक बेहतर जरिया

जहां ना कोई दूजा ठहरा

या है ये कोई अनंत दरिया


जिंदगी को बेहतर जी जाना

या उसीमे कहीं खो जाना

दरियां से कुछ बेहतर ढूंढ लाना

या पुराने रास्तों पर वापिस से चल देना


जो हांसिल ना हो सके आसानी से

ऐसी ना करना फिर बेरूखी किसी से

या करनी ही हो बेरूखी फिर से

तो मत भिड़ना किसी और से


मौत तो महज एक बहाना है

उसके आगे पड़ा खजाना पुराना है

मौत के बाद भी जिंदगी में कई रंग है

बिन मौत ज़िंदगी बेरंग है


मौत किसी केलिये नया जीवनदान है

तो किसीका उजाड़ता वो खानदान है

किसी के घर गूंजती किलकारियां है

तो किसी के घर निकलती रेलियां है


या फिर ...

किसी ने पहन रखी बेड़ियां है

Jepin Tank 14 August 2024
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