चलो निकल पड़ते हैं
एक अनचाहे सफर पर
चलो गुजर लेते हैं
एक मनमाने ढंग पर
चलो बरस पड़ते हैं
मंजिलों से दूर
कुछ तगड़ा करने
ना किसी से कोई झगड़ा करने
किसी का कुछ बिगाड़ने
तो किसी का सुधारने
जुल्फों की मस्तियां भरने
पैरों की कश्तियां बनके
दूर कोई क्षतियां करके
एक ऐसी राह पर
जो भले ही ले जाए तुम्हें मंजिलों से दूर
पर बनकर वह तुम्हारी धड़कनों के सुर
गा लो जैसे किसी पंछी को हो गुरुर
होगी दिलों में मशहूर
जिंदादिली से कुछ करने
तंगदिली से निपटने
चलो फिर कहीं दूर चलते हैं
ना कोई शिकायत हो
ना किसी से हिफाजत हो
गिरते चलते, चलते पडते
कुछ यूं ही सीखने
या राह जिंदगी की बतलाने
दौर नया आजमाने
या दोस्त नया बनाने
एक अनजाने से, खुफिया से रास्ते पर
वक्त को अपना बनाने
या बनाए वक्त को आजमाने
कुछ मस्तियां आंखों में भर के
या शरारतों से भरी
नयनों में बसी उछल कूद करने
कुछ बनकर मिटने का
मिटकर संवरने का
संवरकर सेज सजाने का
दुल्हन सा तैयार होने का
एक ट्रेंड नया बनाते हैं
एक दौर नया चलाते हैं
चलो फिर कहीं हो लेते हैं
किसी घने जंगल में
इन बस्ती से कोसों दूर
बिन परछाई के, बिन अंगड़ाई के
अपने में ही मशरूफ
गौर फरमाइएगा हुजूर
अपने किसी यारों दोस्तों के साथ
जो है तुम्हारे बेहद पास
या ना बनाए हो दोस्त तुमने
तो अकेले गिरते संभलते
किसी नक्शे के साथ
या किसी के नक्शे कदम पर
अपनी ही मौज में मस्त मगन
दिल करता है छू लूं गगन
चुम लूं यह सारा चमन
लूट लूं यह सारे पल
जो हो जाने है ओझल
या फिर बस जाऊं यही जन्मो जन्म
कर जाऊं कुछ ऐसे करम
जो बसा जाए मुझे बस यहां, बस यहां, बस यहां
और कोई हो
इन हवाओं में यहां ... इन हवाओं में यहां ... इन हवाओं में यहां
और हो...
कोई बाहों के दरमियां, बाहों के दरमियां, बाहों के दरमियां
शुक्रिया... शुक्रिया... शुक्रिया...