एक प्यारा सा बंधन
एक न्यारा सा संबंध
एक अनूठा सा बंधन
भाई बहन का संगम
एक प्यारा सा बंधन
एक न्यारा सा संबंध
ये है बहन का भाई से प्यार
बहन भाई का अनोखा त्यौहार
भाई, ये जो तुमने रक्षा का वादा किया है
ये बस चलता रहे सालों साल
ये जो लायी हूं मैं, धागे के रूप में फूलहार
मुबारक हो तुम्हें रक्षाबंधन का त्यौहार
जिस तरह से क्रिष्ण ने द्रौपदी को
भरी सभा में जलील होने से बचाया था
सिर्फ एक धागे के बदले कृष्णने
बहन भाई के संबंध को
एक अलग ही मुकाम तक पहुंचाया था
तब से लोगों ने इस पवित्र धागे की
किंमत को पहचाना था
बहन ने भाई की कल्हाई को फूलों से सजाया था
भाई ने बहन के प्रेम को आंखों में सजाया था
दोनों के बंधन को जैसे खुशियों ने संवारा था
ना कोई हीरों से बना वो धागा था
ना कोई हीरों से बना वो बसेरा था
दिलों से दिलों को जोड़ता हुआ
वो एक अनूठा सा बंधन था
भाई बहन का वो एक अनोखा संगम था
भगवान ने या खुदा ने खुद
अपने हाथों से जैसे
इस रिश्ते को संवारा हो यहां
वैसा वो एक प्यारा, पवित्र बंधन था
पतले धागे से बनी वो डोर
ना है इस संबंध का कोई छोर
रक्षा बंधन के त्यौहार का
बहन भाई की मिठास का
भूत चुड़ैल के इतिहास सा
अंदर पनप रहा है कोई शोर
फिर भी,
मैं तो बस यहीं चाहूंगी कि...
ये बंधन यूं ही चलता रहे सालों साल
न आने पाए हमारे बीच कोई दरार
और मुबारक हो भाई तुम्हें
ये रक्षाबंधन का त्यौहार
ये रक्षाबंधन का त्यौहार