घिसाना तो पड़ेगा
अगर बनना है तुझे हीरा
तो खुद को तपाना तो पड़ेगा
तपाना भी पड़ेगा और
जलती हुई उन राहों में
उन तन्हाइयों में
अकेले चलना भी पड़ेगा
क्यों कर रहा है
यह तेरे बस की बात नहीं है
यह सिर्फ किस्मतवालों के ही
नसीब में ही होता है
छोड़ दे यह सब
कोई तेरा साथ नहीं देगा
कोई तेरे साथ नहीं चलेगा
सब तुझे छोड़ जाएंगे
इन सब सवालों का जवाब भी देना पड़ेगा
कभी-कभी ऐसी राहों में भी चलना पड़ेगा
जिस पर चलकर शायद कुछ भी हासिल ना हो
हासिल हो तो सिर्फ तजुर्बा हो
कभी-कभी ऐसा भी होगा
कि तुम खुद पर ही शक करने लगोगे
या तुम कभी नींद में भी चलने लगोगे
तुम्हें उससे बाहर निकलने का
रास्ता भी खुद बनाना पड़े
उन राहों का विधाता भी
तुम्हें खुद ही बनना पड़े
वहां कप्तान भी तुम हो
और नाविक भी तुम हो
वहां फूल भी तुम हो
और माली भी तुम खुद हो
पर जो भी हो
जब तुम खुदको तपाना
खुदको जलाना शुरु करोगे
करते रहोगे, लगातार करते रहोगे
हरदम करते रहोगे
हर पल करते रहोगे
बिना रुके, बिना थके मरते रहोगे
इसके बाद तुम्हें जो मिलेगा
वह शायद किसी के भी नसीब में ना हो
किसी के भी हक में ना हो
जिसे पाने को यह दुनिया तरस जाए
जिसकी एक झलक देखने को लोग बेकाबू हो जाए
ऐसा जो सोने से भी कीमती
हीरो से भी अनमोल हो
पूरे संसार की संपत्ति को
बेच कर भी जिसकी तुलना ना हो
कुछ ऐसा तुम्हें मिलकर ही रहेगा
बशर्ते, तुम बीच राहों में
घर को वापिस ना लौट जाओ
चाहे तुम आखरी क्यों ना हो
पर, उस दौड़ को खत्म करो
उस दौड़ को खत्म करो