कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारे ही ख्यालों में
खोया खोया सा रहने लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारे ही ख्वाबों में
सोया सोया सा रहने लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारी ही सांसों में
समाकर रहने सा लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारी ही धड़कनों में
धड़ककर रहने सा लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारे ही नयनों में
काजल बनकर रहने सा लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारी ही हँसी में
मुस्कान बनकर रहने सा लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारे जज्बातों में
प्यार बनकर रहने सा लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारी शरारतों में
तुम्हें तंग सा करने लगा हूं
कुछ खोया खोया सा रहने लगा हूं
मैं तो तुम्हारी जिस्मानी खुशबु में
अब महकने सा लगा हूं