आज उसने मुझसे पूछा
आप बताओ एक बात
ऐसा क्या है आप में खास
कि मैं रह नहीं पाती
बिन किये आपसे बात
क्या आपको पता है एक बात...?
मैंने नहीं कि आज तक किसी से इतनी बात
आया मेरे मन में ये ख्याल
कि कैसा अजीब सा है ये एहसास
ना अब आपसे बात किए बिना दिन गुजरता है
ना आपसे बात किए बिना अब रातें कटती है
दिन भर अब आपके ख्यालों में खोने सी रहने लगी हूं
जो बातें नहीं करनी चाहिए वह बातें भी अब करने सी लगी हूं
ऐसा क्या है मुझ में खास
कि आप समझ लेते हो मेरे दिल के हर जज्बात
बिन कहे आपसे कोई बात
आप कैसे जान लेते हो मेरे दिल के हर हालात
तो सुनो मेरी जान...
जो हो रहा है तुम्हें यह अलग सा एहसास
कि बिन मेरे आ रहा है तुम्हें बेचैनी का ख्याल
शायद इसी बेचैनी और अपनेपन को लोगों ने दिया है एक नाम
इसी अजीब से एहसास को लोग बोलते हैं प्यार का एहसास
और यही वो एहसास है
यही वो ख्याल है
यही वो जज्बात है
जो मुझे और तुम्हें एक ही डोर में बांधे रखता है
चाहे कितनी भी दूरियां आ जाए हमारे बीच
लेकिन मुझसे जुदा होने के ख्याल से ही
तुम्हारी रूह तक कांप जाती है
तुम्हारी रगों में सनसनी सी दौड़ जाती है
तुम्हारे दिल ने मुझे अपने दिलों के दरवाजे में
एक अलग सी जगह दे रखी है
आज तक वह जगह तुमने किसी और को नहीं दे रखी है
इसी जगह, जहां से ब्रोज गुजरने का मन करता है
इसी जगह-गली-मोहल्ले का नाम ही तो प्यार है
हां मेरी जान-ए-मन यही प्यार है
हां मेरी जान-ए-जिगर यही प्यार है
हां मेरी जान-ए-गुलजार यही प्यार है
हां मेरी जान-ए-तमन्ना यही प्यार है
यही प्यार है... यही प्यार है... यही प्यार है...