एक ख्वाब चुरालों ख्वाबों से
क्या पता कल हो ना हो
कुछ ख्वाबों को हकीकत बना लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ हसीन यादों को अंदर ही सिमट लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ अनुभव जिंदगी से उधर मांग लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ रंग जिंदगी में प्यार के भर लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ पराए लोगों को तुम अपना बना लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ दुश्मनों के आगे दोस्ती का हाथ बढ़ा लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ पुराने वो बचपन के खेल तुम आज ही खेल लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ थोड़े बहुत बचपने को तुम आज भी जिंदा रख लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ मस्ती भरी शरारतों के साथ तुम जी लो
क्या पता कल हो ना हो
कुछ कल पर टाले हुए काम को तुम आज ही कर लो
क्या पता कल हो ना हो
एक ही जिंदगी मिली है यार
इस जिंदगी को तुम खुल के जी लो
क्या पता कल हो ना हो