ना जाने
ये कैसी खता हम कर बैठे
ना चाहते हुए भी इश्क
इश्क सिर्फ तुमसे
सिर्फ तुमसे ही कर बैठे
पता था
तुम बेवफा हो
प्यार हमसे
पर दिल किसी और से लगाती हो
पर क्या करें...?
तेरे प्यार ने हमें गुमराह कर दिया था
जो हम कभी थे भी नहीं
ना ही हम वो कभी बनना चाहते थे
मजबूरन हमें वो भी बना दिया था
हम थोड़े खोए खोए से रहने लगे थे
हम थोड़े उखड़े उखड़े से रहने लगे थे
तुम्हारे सिवा किसी और से
गुफ्तगू करना भी भूलने लगे थे
सिर्फ तुम्हारी यादों को ही संजोकर रखने लगे थे
ना ही तुम्हारे अलावा किसी और से अब मिलने लगे थे
खैर कोई बात नहीं
जो हुआ सो हुआ
अब वो गलती हम दोबारा नहीं दोहराएंगे
ना ही किसी को तुम्हारे जितना पास आने देंगे
ना किसी और को सिर पे बिठाके रखेंगे
ना ही तुम्हारे लिए किसी और को अब ठुकराएंगे
ना जाने
ये कैसी खता हम कर बैठे
ना चाहते हुए भी इश्क
इश्क सिर्फ तुमसे
सिर्फ तुमसे ही कर बैठे