जो मिलके देखे थे ख्वाब कभी, उनको भी पूरे करने है
जो संजोए थे सपने साथ में कभी, उनको भी हकीकत बनाने है
जहां हमारा एक आशियाना होगा
जहां सिर्फ हम होंगे, ना कोई दूजा होगा
ना कोई 'में' ना कोई 'तुम' होगा
होगा, तो सिर्फ बाहों में एकदूजे का साथ होगा
कुछ नादानियां भी होगी
कुछ शैतानियां भी होगी
कुछ मनमर्जियां भी होगी
कुछ हमारे प्यार का इम्तिहान भी होगा
कुछ खट्टा भी होगा, कुछ मीठा भी होगा
हमारे प्यार का मंजर देखने लायक होगा
चाहे लाख दूरियां आए हमारे बीच
में अपनी सुहानी सी तकदीर को लाऊंगा खींच
जो सपने देखे थे बचपन में कभी
आ रहे है धीरे-धीरे सुर्खियों में अभी
उन्हीं ख्वाबों को, उन्हीं ख्वाहिशों को अब पूरा करना है
क्योंकि बिन तुम्हारे ये जग सुनासुना है
जिन गलियों में तुम हो
जिन दरवाजों के पीछे तुम खड़ी मिलो
वो रास्ता अब ढूंढना है (२)
उन रास्तों में बाहों में बाहें भरे
थोड़ी तीखी सी आहटें भरे
बस यूं ही चलते जाना है (२)
चाहे रास्ता ही क्यों ना खत्म हो जाए
चाहे हम दोनों एकदूजे के क्यों नहीं हो पाए
फिर भी...
आखिरी सांस तक, आखिरी हालात तक
आखिरी अहसास तक, आखिरी मंजिलों तक
हंसते-हंसते...
यूं ही मौत को गले लगाना है (२)
लेकिन...
हमारे इन छोटे से आशियानों में
हमारी इन खूबसूरत सी वादियों में
किसी को भी दस्तक नहीं देने देना है (२)
चाहे कितनी भी आंधी आ जाए
चाहे मौत ही क्यों ना पुकारे
पर...
हमारे प्यार के दरमियां और कोई ना आने पाए
हमारे छोटे से घोंसले को कोई तोड़ ना जाए
दरमियां अगर आ भी जाए
तो कोई जुदा ना कर पाए
क्योंकि...
हर जन्म में मुझे सिर्फ तुम्हें ही पाना है (२)
अगर इस दुनिया में हम एकदूसरे के ना हो पाए
तो किसी और दुनिया में ही सही
किसी और चाहतों में ही सही
किसी और सवेरों में ही सही
किसी और रास्तों पर ही सही
हाथों में माला लिए सिर्फ तुम खड़ी मिलो
मेरे नाम का मंगलसूत्र तुम अपने गले में पहनो
और...
अर्धांगिनी के रूप में
सुहानी सी धूप में
सिर्फ तुम मुझे मिलो (२)
बस इतना सुहाना सा ख्वाब है
इतना सुहाना सा ख्वाब है