उसकी आंखें कुछ कहना चाहती थी
अपने सभी दर्द को वो बयां करना चाहती थी
लेकिन कभी वो उसे कह नहीं पाई ...
और कहती भी कैसे ?
उसकी आंखों में किसी को खोने का डर
साफ तौर पर झलक रहा था
अगर वो उसकी ना हो पाई
तो उस इंसान का क्या होगा
वो चिंता उसे सताई जा रही थी
जिससे बात करके वो थकती ना थी
उससे भी अब उसने दूरियां बना ली थी
शायद ये सोचकर कि
हो सकता है अभी उसे तकलीफ हो
लेकिन उससे बिछड़ने में ही उसकी भलाई थी
वो उससे दूर चली जा रही थी